2024 में नवरात्रि का पर्व 3 अक्टूबर से शुरू होगा और 11 अक्टूबर तक चलेगा। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है, और महाअष्टमी का दिन विशेष रूप से मां दुर्गा के महागौरी रूप की पूजा के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। महाअष्टमी के दिन कन्या पूजन, हवन और विशेष आराधना का आयोजन किया जाता है, जिससे माता की कृपा प्राप्त होती है।
महाअष्टमी की तिथि 2024 में:
2024 में महाअष्टमी की तिथि को लेकर कुछ उलझन हो सकती है, क्योंकि यह तिथि दो दिनों पर पड़ सकती है—10 और 11 अक्टूबर।
- अष्टमी तिथि की शुरुआत 9 अक्टूबर, 2024 को रात 11:26 बजे होगी।
- अष्टमी तिथि का समापन 10 अक्टूबर, 2024 को रात 10:36 बजे होगा।
इस प्रकार, 10 अक्टूबर को महाअष्टमी का पर्व मनाया जाएगा, और इस दिन महागौरी देवी की पूजा की जाएगी।
महाअष्टमी पूजन का शुभ मुहूर्त 2024:
महाअष्टमी पूजन का शुभ मुहूर्त ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार निर्धारित किया जाता है, और इस दिन विशेष रूप से पूजन का महत्व होता है। यहां 2024 में महाअष्टमी के लिए कुछ मुख्य मुहूर्त दिए गए हैं:
- अष्टमी पूजन मुहूर्त: 10 अक्टूबर, 2024 को सुबह 06:16 बजे से सुबह 08:56 बजे तक
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:46 बजे से 12:33 बजे तक
- कन्या पूजन मुहूर्त: सुबह 08:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
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महाअष्टमी के विशेष पूजन विधि:
महाअष्टमी पर मां महागौरी की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस दिन पूजा की सही विधि और हवन करना बहुत फलदायी माना जाता है। यहां महाअष्टमी पूजन की सामान्य विधि दी गई है:
- स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- मां दुर्गा की प्रतिमा या तस्वीर को लाल कपड़े से सजाएं।
- मां को लाल फूल, सिंदूर, धूप, दीप, नैवेद्य (भोग) अर्पित करें।
- दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और हवन करें।
- कन्या पूजन कर 9 कन्याओं को भोजन कराएं, उन्हें वस्त्र और दक्षिणा दें।
- आरती करें और प्रसाद का वितरण करें।
कन्या पूजन का महत्व:
महाअष्टमी के दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। नौ कन्याओं को देवी के रूप में पूजकर उन्हें भोजन और उपहार देना मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का सर्वोत्तम उपाय माना जाता है।
महाअष्टमी पर किए गए इन विशेष उपायों से मां दुर्गा की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।