नवरात्रि का पर्व देवी दुर्गा की उपासना का महत्वपूर्ण समय होता है, और विशेष रूप से अष्टमी और नवमी तिथि को मां की पूजा का अत्यधिक महत्व होता है। अष्टमी और नवमी तिथि पर किए गए कुछ विशेष उपायों से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और सुख-समृद्धि का वरदान मिलता है। 2024 में नवरात्रि 3 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक मनाई जाएगी, और अष्टमी और नवमी तिथियां क्रमशः 10 और 11 अक्टूबर को पड़ेंगी।
यहां कुछ विशेष उपाय दिए गए हैं, जिन्हें अष्टमी और नवमी तिथि पर कर सकते हैं:
1. कन्या पूजन करें
अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन (कुमारी पूजन) का विशेष महत्व है। कन्याओं को देवी के रूप में पूजने से माता रानी प्रसन्न होती हैं। इस दिन 9 कन्याओं और एक लंगूर को भोजन करवाएं। उन्हें वस्त्र, चूड़ियां, बिंदी, और दक्षिणा दें। यह धार्मिक कार्य आपके घर में सुख-शांति और समृद्धि लाने वाला माना जाता है।
2. हवन और पाठ का आयोजन करें
अष्टमी और नवमी तिथि पर दुर्गा सप्तशती या देवी महात्म्य का पाठ करें। हवन कर मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करें, जैसे कि “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे”। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
3. सिंदूर और लाल वस्त्र चढ़ाएं
मां दुर्गा को सिंदूर और लाल वस्त्र चढ़ाने से विशेष आशीर्वाद मिलता है। लाल रंग मां दुर्गा को अत्यधिक प्रिय है और इसे चढ़ाने से परिवार में समृद्धि और सुरक्षा का आशीर्वाद मिलता है।
4. देवी को नारियल और पान अर्पित करें
अष्टमी और नवमी तिथि पर मां दुर्गा को नारियल और पान अर्पित करें। इसे शुभ और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। नारियल जीवन में आने वाली कठिनाइयों को दूर करता है, और पान से मां की विशेष कृपा मिलती है।
5. सप्तशती के मंत्रों का जाप करें
दुर्गा सप्तशती के कुछ विशेष मंत्र जैसे “ॐ दुं दुर्गायै नमः” का जाप करें। यह मंत्र अत्यंत शक्तिशाली होता है और इससे मां दुर्गा शीघ्र प्रसन्न होती हैं।
6. व्रत का पालन करें
अष्टमी और नवमी तिथि पर व्रत रखने से मां दुर्गा का आशीर्वाद मिलता है। व्रत से शरीर और मन पवित्र होते हैं, और यह आत्मिक शांति और शक्ति प्रदान करता है।
7. दीप प्रज्वलित करें
अष्टमी और नवमी के दिन घर के मुख्य द्वार पर गुड़ और घी का दीपक प्रज्वलित करें। इसे विशेष शुभ माना जाता है और इससे घर में धन, वैभव और सकारात्मकता का वास होता है।
8. जौ का विसर्जन
पूरे नवरात्रि के दौरान बोई गई जौ को अष्टमी या नवमी के दिन बहते जल में विसर्जित करें। इसे जीवन के दुखों का अंत करने और समृद्धि प्राप्त करने का संकेत माना जाता है।
9. भोग अर्पण करें
मां दुर्गा को विभिन्न प्रकार के भोग जैसे खीर, हलवा, और पूरी-चने का प्रसाद अर्पित करें। मां को मिष्ठान्न अर्पित करने से परिवार में धन-धान्य की वृद्धि होती है।
10. दुर्गा चालीसा का पाठ करें
दुर्गा चालीसा का पाठ करें। यह न केवल जीवन में आई कठिनाइयों को दूर करता है, बल्कि इसे करने से माता रानी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
11. संकल्प लें
इस दिन कोई विशेष संकल्प लें और मां दुर्गा से प्रार्थना करें कि वे आपके घर में सुख-समृद्धि और शांति प्रदान करें।
12. दान करें
अष्टमी और नवमी के दिन गरीबों और ब्राह्मणों को दान करें। इस दिन किया गया दान सौ गुना फलदायी माना जाता है। इससे आपके घर में कभी धन की कमी नहीं होती।
13. शस्त्र पूजन करें
यदि संभव हो तो इस दिन शस्त्र या अपने कार्यक्षेत्र में उपयोग होने वाले औजारों की पूजा करें। यह विजय और सफलता का प्रतीक माना जाता है।
14. मां दुर्गा की आरती करें
दिन की समाप्ति पर मां दुर्गा की आरती अवश्य करें। यह संपूर्ण पूजा का एक अभिन्न हिस्सा है और इससे देवी की कृपा बनी रहती है।
15. पानी का कलश स्थापित करें
घर में उत्तर-पूर्व दिशा में पानी का कलश स्थापित करें। यह शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक होता है और मां दुर्गा की कृपा का मार्ग प्रशस्त करता है।
इन उपायों को अष्टमी और नवमी तिथि पर श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से मां दुर्गा का आशीर्वाद अवश्य मिलता है और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का प्रवेश होता है।